Hame bas apka aashirvad chahiye
बरसों पुरानी हवेली के आँगन में शाम की धूप, तिरछी होकर बिखर रही थी। पीली मद्धम रोशनी दीवारों पर पड़ते हुए घर की पुरानी खुशबू को फ…
बरसों पुरानी हवेली के आँगन में शाम की धूप, तिरछी होकर बिखर रही थी। पीली मद्धम रोशनी दीवारों पर पड़ते हुए घर की पुरानी खुशबू को फ…
हवेली की ऊपरी मंज़िल की टूटी खिड़की से आती हुई हवा,अब एक सामान्य हवा नहीं रही थी। वो ठंडक ऐसी थी जो माँस ही नहीं, आत्मा तक को ज…
शिल्पा की दोस्त ,उसकी ममेरी बहन नित्या को जब मालूम पड़ता है ,शिल्पा गुमशुदा है ,मिल नहीं रही है और रंजन भी अब इस दुनिया में नहीं …
कल्याणी जी को इस बात का दुख था, उनके दामाद की हत्या तो हुई ही है, साथ ही साथ बेटी का भी कुछ पता नहीं चल रहा है उनके इस केस की छा…
पुलिस अपनी छानबीन में जुटी थी , कुछ समझ नहीं आ रहा था, आखिर इस हत्या का क्या कारण हो सकता है ? कोई तो दुश्मन होगा, जो घात लगाए ब…
रिद्धिमा क़ब्रगाह के ऊपर बनी हवेली,के मालिक की बेटी थी ,उसके दोस्त कबीर, अनाया और दीप्ति उस हवेली में घूम रहे थे ,तभी वे एक ऐसे क…
हवा में, एक बार फिर वही पुरानी दहशत थी—मानो हवेली खुद अपनी साँस रोके खड़ी हो। रात के साढ़े रात्रि के बारह बज रहे थे, बाहर तूफ़ान…
जितनी सदियों पुरानी कहानियों की छाया गहरी होती जाती है ,रात्रि भी उतनी ही गहरी थी। अंधेरे में बस एक आकृति जल रही थी— रैना नहीं,…