Rasiya [part 88]
रुपाली ,जब विज्ञापन करने से इंकार कर देती है ,तब चतुर, उसे और समझाने का प्रयास करता है,तभी चतुर ने उसे रोका, और बोला -यहां आस-प…
रुपाली ,जब विज्ञापन करने से इंकार कर देती है ,तब चतुर, उसे और समझाने का प्रयास करता है,तभी चतुर ने उसे रोका, और बोला -यहां आस-प…
चतुर, रूपाली का सीधापन कह सकते हैं या फिर उसका प्यार ! जिसमें वह धोखा खा गयी। चतुर उसका लाभ उठाकर ,उससे दूर नहीं भागा ,न ही ,अपन…
चतुर,अचानक ही बदल गया और वह अपने व्यवहार के लिए ,अपने को ही दोषी कह रहा था। जब रुपाली उसे समझाती है कि ये गलती तुम्हारी ही नहीं…
रुपाली के ,अचानक चतुर के कमरे में आ जाने से, चतुर थोड़ा ,परेशान सा हो उठा था ,उस एकांत कमरे में इस तरह असहज महसूस कर रहा था किन्त…
हेेलो ! हाँजी रामफल जी बोल रहे हैं - बिटिया का विवाह है ,मिठाई और खाना आपको ही बनाना है। कब है ?विवाह ! अभी उसके विवाह को पंद्र…
आज अचानक रुपाली को ,अपने सामने ,अपने कमरे में देखकर ,चतुर आश्चर्यचकित हो गया।रुपाली ,इस तरह चतुर के कमरे में आते हुए ,न ही घबराई…
गर्मियों के दिन चल रहे थे। गर्मी अपने शबाब पर थी ,ग्रामीण इलाकों में थोड़ी ठंडक का एहसास होता किन्तु शहरों में ,तो पत्थर के बने फ…
बहुत दिनों पश्चात चतुर अपने कॉलेज के लिए आया है, उसे नहीं मालूम था ,रूपाली, चतुर की कमी को इतना महसूस कर रही थी, कि वह उसे ढूंढत…