Jangli phool [parvrish]
फूल तो फूल हैं ,घर में खिला या फिर जंगल की धूल है। एक माली के हाथों पला , एक कुदरत की लाड़ में बढ़ा। गुण और महक में चाहे ,कैसा…
फूल तो फूल हैं ,घर में खिला या फिर जंगल की धूल है। एक माली के हाथों पला , एक कुदरत की लाड़ में बढ़ा। गुण और महक में चाहे ,कैसा…
प्रतीक, प्रवीण के पास आया और उसने उसे समझाया- कि उसने जितना भी पैसा कमाया है ? वह सब मम्मी को लाकर दे देता तो यह समस्या ही उत्तप…
आज प्रवीण अपने को अकेला महसूस कर रहा था। ये माँ का किस तरह का सौतेला व्यवहार है। पहले तो लगता था ,माँ मेरी है ,मेरे लिए सोचती है…
इंस्पेक्टर विकास खन्ना, जब थाने में जाता है ,तब उसे पता चलता है, कि नीलिमा सक्सेना के घर में जो लड़की कार्य करती थी ,वह लड़की ग…
, प्रभा को, उसके घर पर देखने के लिए' इंस्पेक्टर विकास खन्ना' के माता-पिता आते हैं। प्रभा उनका मुस्कुराकर स्वागत करती ह…
'' प्रभा शर्मा'' को देखने,'इंस्पेक्टर विकास खन्ना 'के माता -पिता उसके घर आते हैं ,जो देखने में समृद्ध पर…
माँ तो मां होती है ,आज की माँ हो या पुराने जमाने की मां ,पुराने समय में मां की एक सीमित जिंदगी होती थी। उसका दायरा सिर्फ अपने प…
इंस्पेक्टर विकास खन्ना के माता-पिता, प्रभा के घर आते हैं। दोनों गाड़ी से उतरते हैं, प्रभा उनका मुस्कुराकर स्वागत करती है। वे …