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Rasiya [part 88]

रुपाली ,जब विज्ञापन करने से इंकार कर देती है ,तब चतुर, उसे और समझाने का प्रयास करता है,तभी चतुर ने उसे रोका, और बोला -यहां आस-प…

Rasiya [part 87]

चतुर, रूपाली का सीधापन कह सकते हैं या फिर उसका प्यार ! जिसमें वह धोखा खा गयी। चतुर उसका लाभ उठाकर ,उससे दूर नहीं भागा ,न ही ,अपन…

Rasiya [part 86]

चतुर,अचानक ही बदल गया और वह अपने व्यवहार  के लिए ,अपने को ही दोषी कह रहा था। जब रुपाली उसे समझाती है कि ये गलती तुम्हारी ही नहीं…

Rasiya [part 85]

रुपाली के ,अचानक चतुर के कमरे में आ जाने से, चतुर थोड़ा ,परेशान सा हो उठा था ,उस एकांत कमरे में इस तरह असहज महसूस कर रहा था किन्त…

Binbyahi maa [part 1]

हेेलो ! हाँजी रामफल जी बोल रहे हैं - बिटिया का विवाह है ,मिठाई और खाना आपको ही बनाना है।  कब है ?विवाह ! अभी उसके विवाह को पंद्र…

Rasiya [part 84]

आज अचानक रुपाली को ,अपने सामने ,अपने कमरे में देखकर ,चतुर आश्चर्यचकित हो गया।रुपाली ,इस तरह चतुर के कमरे में आते हुए ,न ही घबराई…

Rasiya [part 83]

गर्मियों के दिन चल रहे थे। गर्मी अपने शबाब पर थी ,ग्रामीण इलाकों में थोड़ी ठंडक का एहसास होता किन्तु शहरों में ,तो पत्थर के बने फ…

Rasiya [part 82]

बहुत दिनों पश्चात चतुर अपने कॉलेज के लिए आया है, उसे नहीं मालूम था ,रूपाली, चतुर की कमी को इतना महसूस कर रही थी, कि वह उसे ढूंढत…

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