Balika vadhu [28]
सरस्वती और प्रेम, अपने गांव जाने वाली सड़क पर बस से उतरते हैं और गांव की ओर प्रस्थान करते हैं। घर के करीब पहुंचकर, सरस्वती को अज…
सरस्वती और प्रेम, अपने गांव जाने वाली सड़क पर बस से उतरते हैं और गांव की ओर प्रस्थान करते हैं। घर के करीब पहुंचकर, सरस्वती को अज…
प्रेम कब तक सरस्वती की रखवाली करता ? बहते जल को कब तक रोका जा सकता है ? उसका कार्य बहना ही है और वह अपने लिए कहीं न कहीं से मार्…
आज' जावेरी प्रसाद जी' के महल जैसे घर में ,खूब धूमधाम हो रही है। घर को, छोटे -छोटे बल्बों की रौशनी से सजाया गया है।सम्पू…
प्रेम को पता चल गया था ,कि उसकी बहन किसी लड़की के साथ बातें करती है, उसे लगता है ,कि उसी के कारण, उसका व्यवहार बदलता जा रहा है ?…
जीवन सफ़र के ,राही सभी , मंजिल सबकी अपनी-अपनी। राहें सब की , जुदा - जुदा ! सोच औ कर्म की इस भूमि में, कुछ लिख दी जातीं , मंज़ि…
रचित के पिता ने, नितिन के पापा को फोन किया किंतु उन्हें भी, रचित की कोई जानकारी नहीं थी। तब वे नितिन को फोन दे देते हैं, किंतु न…
कल्पना गर्भवती है , किन्तु कुछ दिनों से ,उसकी तबीयत खराब चल रही थी, उसे अपनी ससुराल में कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा था।' चांदनी…
रूठा - नहीं करना विवाह, पिताजी ! मुझे , ऐसी लड़की से, ब्याह !जो हो देसी नार ! नहीं पहनना मुझे,उससे फूलों का हार ! तब भड़कते बेटे …