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Sazishen [part 134]

इंस्पेक्टर विकास खन्ना, दमयंती से पूछताछ करता है ,वह जानना चाहता है कि शिवांगी को, चांदनी ज्यादा क्यों पसंद करती थी ? दमयंती कहत…

Sazishen [133]

आज इंस्पेक्टर विनोद खन्ना, पूरे आत्मविश्वास के साथ, जावेरी प्रसाद जी की कोठी में प्रवेश करता है और पूछता है- कि जावेरी प्रसाद जी…

Sazishen [part 132]

जावेरी प्रसाद जी, के बंगले में, उनके पीछे के बगीचे में, खुदाई करने पर एक ''कंकाल'' मिलता है। अब प्रश्न यह उठता ह…

Sazishen [part 131]

जावेरी प्रसाद जी, अपनी पत्नी के जाने के पश्चात, बहुत अकेले हो गए थे, इसीलिए उन्होंने उस समय चांदनी से विवाह कर लिया,जब उन्हें अक…

Sazishen [part 130]

नीलिमा चाहती थी ,चम्पक और पूजा दोनों ही ,अपने रिश्ते को संभाले और आगे बढ़ें किन्तु पूजा अभी भी अपनी उन्हीं परेशानियों को, चम्पक क…

Sazishen [part 129]

बातें करते, झगड़ते हुए ,अचानक पूजा की दृष्टि, खेलते हुए ,बच्चों की तरफ गई , वहां उसे परम नहीं दिखला ई दे रहा था। अचानक से वह उस …

Bolana jaruri hai

कब तक, अपने होठों को सिले रहोगे ? घुटते रिश्ते , दम तोड़ते नजर आते है, सही वक्त पर,सही बोलना जरूरी है।   झूठ' सच पर हावी हो,…

Chitrabhivyakti

छोटी सी जिंदगानी पर....... , भार, उत्तरदायित्वों का रहा।  मानव जीवन संघर्षशील रहा।   सम्भलता, गिरता ,उठता।  मंजिल की ओर अग्रसर र…

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That is All