कुछ बातें हैं ,तुम्हारी !
कुछ आदतें हैं,तुम्हारी !
अच्छी लगती हैं।
जब तुम मेरे लिए करते हो।
सुकून ,एहसास दिलाती हैं।
तुम मेरे हो ,सिर्फ !मेरे हो।
यही सोच !भावविभोर हो,
मन में सोच ,झूम उठती हूँ ,
जब तुम्हारी बातें होती हैं।
आज, यही बातें ,ये एहसास !
जुड़ जायेगा,मेरी' यादों के पन्नों' में।
मेरी यादों की क़िताब सादी सी है।
न कोई रहस्य ,न रोमांच !
एक खूबसूरत एहसास है।
मैं इसे बार -बार पढ़ना चाहती हूँ।
सच कहती हूँ ,आज भी तुम्हारा,
तुम्हारा वो, एहसास चाहती हूँ।
वो स्पर्श !वो सुकून !
यादों के पन्नों में भरना चाहती हूँ।
तुम्हारी बातें ,वो यादें संग ले ,
मैं, उनके लिए जीना चाहती हूँ।
दिल की गहराइयों से बढ़कर, वो रूह में उतर गए।
हमारी चाहत के वो पल, ''यादों के पन्नों'' में सिमट गए।