मिट जाती ,एक कहानी !
समय के इक पड़ाव पर।
उत्प्नन होता ,''नवजीवन !
समय के साथ चल पड़ता।
जी उठती, बीती कहानी !
अपने बच्चों की जुबानी !
यथार्थ संग, भूत भी चलता !
दोनों की आँखों में ,भविष्य पलता !
'समय यात्री 'एक मिटता ,
तो एक संग चलता !
भविष्य की तलाश में ,
आगे बढ़ता ,मिटता !
समय बदलता ,न दिखता !
''समय यात्री ''सफ़र पर निकलता।
' समय चक्र' के इर्द -गिर्द भटकता।