Mohabbat ka jadu

 मोहब्बत का जादू ,सर चढ़कर बोलता है। 

 मोहब्बत हो जाए तो..... कमाल करता है। 


मोहब्बत से ही, दुनिया !हंसी नजर आती है। 

मोहब्बत के लिए, दुनिया दुश्मन बन जाती है। 



मोहब्बत की ताकत को आज़माकर न देख !

 सच्ची मोहब्बत ,तो सागर पार कर जाती है। 


जादू है यह ,या मोहब्बत का नशा है। 

इसी की खातिर ज़िंदगी नैया पार कर जाती है। 


 इस वीरान !...........   मरुस्थल सी  जिंदगी में,

मोहब्बत, प्यासे की 'मृगमरीचिका 'बन जाती है।

 

मोहब्बत न होती , क्या यह जीवन नजर आता ?

मोहब्बत ही सुख-दुख के एहतराम कर जाती  है। 

laxmi

मेरठ ज़िले में जन्मी ,मैं 'लक्ष्मी त्यागी ' [हिंदी साहित्य ]से स्नातकोत्तर 'करने के पश्चात ,'बी.एड 'की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात 'गैर सरकारी संस्था 'में शिक्षण प्रारम्भ किया। गायन ,नृत्य ,चित्रकारी और लेखन में प्रारम्भ से ही रूचि रही। विवाह के एक वर्ष पश्चात नौकरी त्यागकर ,परिवार की ज़िम्मेदारियाँ संभाली। घर में ही नृत्य ,चित्रकारी ,क्राफ्ट इत्यादि कोर्सों के लिए'' शिक्षण संस्थान ''खोलकर शिक्षण प्रारम्भ किया। समय -समय पर लेखन कार्य भी चलता रहा।अट्ठारह वर्ष सिखाने के पश्चात ,लेखन कार्य में जुट गयी। समाज के प्रति ,रिश्तों के प्रति जब भी मन उद्वेलित हो उठता ,तब -तब कोई कहानी ,किसी लेख अथवा कविता का जन्म हुआ इन कहानियों में जीवन के ,रिश्तों के अनेक रंग देखने को मिलेंगे। आधुनिकता की दौड़ में किस तरह का बदलाव आ रहा है ?सही /गलत सोचने पर मजबूर करता है। सरल और स्पष्ट शब्दों में कुछ कहती हैं ,ये कहानियाँ।

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