मोहब्बत का जादू ,सर चढ़कर बोलता है।
मोहब्बत हो जाए तो..... कमाल करता है।
मोहब्बत से ही, दुनिया !हंसी नजर आती है।
मोहब्बत के लिए, दुनिया दुश्मन बन जाती है।
मोहब्बत की ताकत को आज़माकर न देख !
सच्ची मोहब्बत ,तो सागर पार कर जाती है।
जादू है यह ,या मोहब्बत का नशा है।
इसी की खातिर ज़िंदगी नैया पार कर जाती है।
इस वीरान !........... मरुस्थल सी जिंदगी में,
मोहब्बत, प्यासे की 'मृगमरीचिका 'बन जाती है।
मोहब्बत न होती , क्या यह जीवन नजर आता ?
मोहब्बत ही सुख-दुख के एहतराम कर जाती है।
