तनिक नजरें झुका कर तो देखो !
जहां दिल है तुम्हारा, वहां मुझे ही पाओगे।
मेरे सिवा, मेरे जैसा दुनिया में नहीं पाओगे।
टटोलो तो जरा !अपने अंदर, झांको तनिक ,
शायद कहीं ,तुम्हारे ह्रदय में अक्स है ,मेरा।
तुम्हारी महक,तुम्हारे सपने भी तुम्हारे नही,
उन पर , हमेशा से ही ,हक है मेरा !
आंखें मूंद जरा देखो..... तो सही ,
कहीं मैं ही तो , उन तन्हाइयों में नहीं।
बाहें...... भी फड़फड़ती होगीं तुम्हारी ,
मुझे आगोश में लेने के लिए ,लेते क्यों नहीं ?
सांसों में घुल गई हूं ,तुम्हारी यादों की तरह ,
इतने सब में से यकीन नहीं तुमको क्या ?
जतलाना पड़ेगा ,अभी भी '' मैं तुम्हारी हूं।''
