दिन भर की थकन से राहत देती ,मस्तानी शाम !
मुझे तेरी चाहत की याद दिलाती ,मस्तानी शाम !
पथिक को ,घर की याद दिलाती ,मस्तानी शाम !
चेहरे पर ,सुंदर ख्वाब लिए आती ,मस्तानी शाम !
राहत दे ,सकूं का एहसास दिलाती ,मस्तानी शाम !
भटके राही को ,लौटने को कहती -मस्तानी शाम!
तेरी जुल्फों के साये में, यूँ ही गुजरे मस्तानी शाम !
जीवन के ढलने का देती संदेश ,ये मस्तानी शाम !
पिया के इंतजार में गुजरे कैसे ?मस्तानी शाम !
दिनभर की बतियाँ , ले आईं ,ये मस्तानी शाम !
तपती दोपहर से खुमारी चुराये मस्तानी शाम !
जब तक जीवन !ख़ुशी से गुजार मस्तानी शाम !