साहसी कदम -
कदम -कदम पर उठाने पड़ते हैं ,साहसी कदम !
पहली बार, जब अपने लिए लिया फैसला ,
तब था वह, जिंदगी का पहला ,''साहसी कदम !''
अपनों की सोच से अलग ,कुछ अलग विचार बनाया ,
तब भी हमने ,वही,'' साहसी कदम ''उठाया।
अपने ड़र ,अपनी कमजोरियों को ,साहस से भगाया,
किसी के साथ बुरा ना कर ,
दुख में उसके साथ खड़े हो, बढ़ाया,'' साहसी कदम!'
अपनी हों या पराये ,
साहस के दम पर ही गलत विचारधारा को ठुकराया ,
तब यह साहस ही तो काम आया।
साहस के बल पर ही,अपनी अलग विचारधारा रखते हैं।
इस विचारधारा के दम पर ही ,
सही को सही और गलत को गलत कहने का माद्दा रखते हैं।
कभी अपने आप से ,कभी अपनों से लड़े ,
इसी साहस के दम पर जीवन में हर कदम उठाया।
हर वक्त ,हर क्षण ,जीवन में साहस ही काम आया।
यादों का सफ़र -
यादों का सफर,
कुछ हसीन सा,
कुछ दर्द भरा ,
उसे सफर की ,
यादें जहन में,
रह -रहकर आ जाती हैं।
सफर कितना तय किया?
आगे बढ़ने में रोक लगाती हैं।
कभी चले थे ,
जिंदगी के सफर में,
यह यादें वहीं ले जाती हैं।
जितना सफर तय किया,
वहीं खींच ,पहुंचाती हैं।
शुरू किया ,जहां से सफर,
वहीं अपने को पाते हैं।
