Dil ki baaten

बहुत कुछ कहना चाहता है ,यह दिल !

किसे सुनाना चाहता है?बातें' यह दिल !

कभी ऊंची उड़ान भरता है, यह दिल !

कभी कुछ पाने की चाह में ,

कभी -कभी जिद पर आ जाता है, यह दिल !



जो वश में नहीं हो पाता तो....... 

बड़ा ही  नाजुक सा बन जाता है ,यह दिल !

गैर के दुख को भी अपना लेता है ,

कभी-कभी ,गैर का ही होकर रह जाता है यह दिल !

दिल की क्या कहें ?

कभी-कभी ''पाषाण''   भी हो जाता है, यह दिल !

कभी तनिक भी न पिघलता, 

तो कभी ,''मोम'' सा पिघल जाता है यह दिल !

कभी शब्दों की प्रहार भी न झेल पाता,

 तो कभी, हंसते-हंसते जहर पी जाता है, यह दिल !

मोहब्बत हो जाए तो....... 

कभी, किसी के लिए ,रातों को जगाता है ,यह दिल !

तनिक भी ठेस लग जाए तो...... 

बिन आवाज ,कांच सा  टूटकर बिखर  जाता है यह दिल !

 सहन नहीं होता ,दर्द दिल का ,

तब छुप -छुपकर , जार- जार रोता है , यह दिल ! 

दिल की बातें ,दिल में ही रहने दो !

कहने को तो ,यह बहुत कुछ कहना चाहता है ,ये दिल ! 

आज भी छुपाए हैं ,अपने दिल में अरमान बहुत, 

 कभी-कभी मन मसोसकर  कर रह जाता है ,यह दिल !

कहना चाहता है ,बहुत कुछ........ 

चुप रह जाता है, चीख़ना चाहता है, शांत हो जाता है,यह दिल ! 

कभी बच्चा बन खिलखिलाता  है ,

 तो कभी शांत ,गंभीर ,ज्ञानी और जोगी बन जाता है ,यह दिल ! 

किसे फुर्सत है ,कौन सुनता है ?' दिल की बातें '!

''दिल की बात '' दिल से निकली है तो दूर तलक जाएगी,

 कभी -कभी अपने  ही दिल की ,नहीं सुनता है ,ये दिल ! 

laxmi

मेरठ ज़िले में जन्मी ,मैं 'लक्ष्मी त्यागी ' [हिंदी साहित्य ]से स्नातकोत्तर 'करने के पश्चात ,'बी.एड 'की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात 'गैर सरकारी संस्था 'में शिक्षण प्रारम्भ किया। गायन ,नृत्य ,चित्रकारी और लेखन में प्रारम्भ से ही रूचि रही। विवाह के एक वर्ष पश्चात नौकरी त्यागकर ,परिवार की ज़िम्मेदारियाँ संभाली। घर में ही नृत्य ,चित्रकारी ,क्राफ्ट इत्यादि कोर्सों के लिए'' शिक्षण संस्थान ''खोलकर शिक्षण प्रारम्भ किया। समय -समय पर लेखन कार्य भी चलता रहा।अट्ठारह वर्ष सिखाने के पश्चात ,लेखन कार्य में जुट गयी। समाज के प्रति ,रिश्तों के प्रति जब भी मन उद्वेलित हो उठता ,तब -तब कोई कहानी ,किसी लेख अथवा कविता का जन्म हुआ इन कहानियों में जीवन के ,रिश्तों के अनेक रंग देखने को मिलेंगे। आधुनिकता की दौड़ में किस तरह का बदलाव आ रहा है ?सही /गलत सोचने पर मजबूर करता है। सरल और स्पष्ट शब्दों में कुछ कहती हैं ,ये कहानियाँ।

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