आओ ! नई शुरुआत करते हैं ।
रिश्तों को पैसों से नहीं ,प्यार से तौलते हैं।
आओ ! नई शुरुआत करते हैं।
प्यार से कुछ रिश्ते ,अपने बना लेते हैं।
जो बिख़र गए ,टूट गए,उन्हें समेटते हैं।
आओ ! नई शुरुआत करते हैं।
प्यार के तराजू में ,अपनापन तौलते हैं।
नए रिश्तों का ,आगाज करते हैं।
आओ !नई शुरुआत करते हैं।
हर दिन एक नई ,शुरुआत करते हैं।
अरमानों की गठरी में बंद,जुगनुओं को उड़ाते हैं।
आओ ! कुछ नई शुरुआत करते हैं।
जो कुछ भी, गलत हुआ उसे ठीक करते हैं।
कुछ'' नारी सम्मान ''पर बात करते हैं।
आओ ! नई शुरुआत करते हैं।
जो हुआ,अन्याय ,उस पर विचार करते हैं।
बीता वक़्त भूल, आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं।
नई सोच के साथ नई शुरुआत करते हैं।
जो रह गए अकेले ,उनसे मुलाकात करते हैं।
आओ ! एक नई शुरुआत करते हैं।
