Khubsurat

खूबसूरती दिल और भावनाओं में होनी चाहिए ,

तेरा अक्स , जो मेरे दिल में है ,

उस अक्स में, एक खूबसूरत दिल से होना चाहिए।

 खूबसूरती के पैमाने बहुत हैं ,

मुझे तो बस ,तेरे दिल में अपनी एक जगह चाहिए। 



आंखों में तेरी नशा बहुत है ,यह मानता हूं मैं ,

उन आंखों में मुझे तेरा प्यार और सम्मान चाहिए। 

सुना है ,तेरी आवाज बहुत ही मधुर है ,

तेरी उस आवाज में ,मुझे तेरे प्रेम की पुकार चाहिए। 

सुना है ,बहुत खूबसूरत हो तुम ,चांद तो  सबका है ,

मुझे तो मेरा चांद मेरे करीब और मेरे समीप चाहिए। 



खूबसूरत बना देता है ,तेरी नजरों का सुरूर  !

ख़ूबसूरती बढ़ा देता है ,तेरा साथ ,तेरा जूनून !

जब होते हो साथ मेरे,ख़बसूरती होती मग़रूर !

तुम ,तुम्हारा प्यार  ही है ,मेरे जीवन का नूर.. !

 

laxmi

मेरठ ज़िले में जन्मी ,मैं 'लक्ष्मी त्यागी ' [हिंदी साहित्य ]से स्नातकोत्तर 'करने के पश्चात ,'बी.एड 'की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात 'गैर सरकारी संस्था 'में शिक्षण प्रारम्भ किया। गायन ,नृत्य ,चित्रकारी और लेखन में प्रारम्भ से ही रूचि रही। विवाह के एक वर्ष पश्चात नौकरी त्यागकर ,परिवार की ज़िम्मेदारियाँ संभाली। घर में ही नृत्य ,चित्रकारी ,क्राफ्ट इत्यादि कोर्सों के लिए'' शिक्षण संस्थान ''खोलकर शिक्षण प्रारम्भ किया। समय -समय पर लेखन कार्य भी चलता रहा।अट्ठारह वर्ष सिखाने के पश्चात ,लेखन कार्य में जुट गयी। समाज के प्रति ,रिश्तों के प्रति जब भी मन उद्वेलित हो उठता ,तब -तब कोई कहानी ,किसी लेख अथवा कविता का जन्म हुआ इन कहानियों में जीवन के ,रिश्तों के अनेक रंग देखने को मिलेंगे। आधुनिकता की दौड़ में किस तरह का बदलाव आ रहा है ?सही /गलत सोचने पर मजबूर करता है। सरल और स्पष्ट शब्दों में कुछ कहती हैं ,ये कहानियाँ।

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