उम्मीद है ,तो हम हैं।
उम्मीद है ,तो जीवन है।
उम्मीद है ,तो हौसले हैं।
उम्मीद पर ही जीवन टिका है ,
उम्मीद से ही ,मानव आगे बढ़ा है।
उम्मीद की एक किरण ,
छू लेंगे आसमाँ को ,
सपनों को ,होंसलों को उड़ान दे जाती हैं ।
उम्मीद की डोर से ,बंधे हम ,
आगे बढ़ने की ,उम्मीद ही ले जाती है।
स्वयं पर ही यकीन रखना है ,तभी आगे बढ़ना है।
उम्मीदें जोड़ती हैं ,तो उम्मीदें तोड़ती भी हैं।
यही उम्मीद है ,मुझे भी ,
''पंच तारे ''मैं पा जाऊँ , सर्वश्रेष्ठ कहलाऊँ।