प्यार से छू लो ,
मुझे, मेरी तन्हाइयों को ,
मेरे प्यासे अधरों को।
एहसास करा दो ,
मुझे ,
उस पल उस क्षण का ,
जो स्वर्गिक आनंद ,
तुम्हारे स्पर्श ,
तुम्हारे बंधन में है।
चूम लो ,मुझे
मेरे एक -एक पल,
एक -एक जज़्बात को।
सराबोर कर दो ,
मुझे ,
अपने उस प्यार से ,
जो तुमने ,
मेरे लिए संजोया।
संवारा है ,
सदियों से।
एक नाजुक एहसास ,
तुम्हारा ,
पास है मेरे ,
उसी पल ,उसी क्षण का
इंतजार है मुझे।
पुनः जिंदगी में ,
वही स्पर्श ,वही आलिंगन होगा।
जीवन में वो एहसास ,
जो कभी सोचा न था।
सोची न थी वो ,हसीं रात ,
ऐसी हसीं रात होगी।
मुझे, मेरी तन्हाइयों को ,
मेरे प्यासे अधरों को।
एहसास करा दो ,
मुझे ,
उस पल उस क्षण का ,
जो स्वर्गिक आनंद ,
तुम्हारे स्पर्श ,
तुम्हारे बंधन में है।
चूम लो ,मुझे
मेरे एक -एक पल,
एक -एक जज़्बात को।
सराबोर कर दो ,
मुझे ,
अपने उस प्यार से ,
जो तुमने ,
मेरे लिए संजोया।
संवारा है ,
सदियों से।
एक नाजुक एहसास ,
तुम्हारा ,
पास है मेरे ,
उसी पल ,उसी क्षण का
इंतजार है मुझे।
पुनः जिंदगी में ,
वही स्पर्श ,वही आलिंगन होगा।
जीवन में वो एहसास ,
जो कभी सोचा न था।
सोची न थी वो ,हसीं रात ,
ऐसी हसीं रात होगी।
