Hamne kya kiya

 ''आजादी के किस्से ''तमाम हुए,

'आज़ादी के दीवानों' ने, कर्म किया। 

 चाहा उन्होंने, क्या हमने होने दिया ?

 क्या उनके  सपनों को पूर्ण  किया ?

आज हमने ऐसा....... क्या किया ?


देश के दीवाने आए और........ 

दीवानगी  निभाकर चले गए। 

हमने देश के लिए क्या किया ?

एक -दूजे पर दोषारोपण........ 

 और व्यर्थ का प्रलाप किया। 

रिश्वतखोरी ,जमाखोरी ,चाटुकारिता,

 को  पुरजोर किया। 

 कहते रहे , कुछ कर न सके ,

क्या हमने भी ,🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔

'सच 'और 'सच्चाई 'का साथ दिया। 

जिन्होंने त्याग और बलिदान किया। 

उनको ही, हमने वर्ष में........ 

 एक बार याद किया। 

 वो  ''देशभक्त ''तो चले  गये। 

उस धरोहर का हमने क्या किया ?

यही उपकार ,उन शहीदों  पर, 

जो उन्होंने सोचा भी ना हो ,

ऐसा देश ने..  कौन सा कार्य किया ? 

laxmi

मेरठ ज़िले में जन्मी ,मैं 'लक्ष्मी त्यागी ' [हिंदी साहित्य ]से स्नातकोत्तर 'करने के पश्चात ,'बी.एड 'की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात 'गैर सरकारी संस्था 'में शिक्षण प्रारम्भ किया। गायन ,नृत्य ,चित्रकारी और लेखन में प्रारम्भ से ही रूचि रही। विवाह के एक वर्ष पश्चात नौकरी त्यागकर ,परिवार की ज़िम्मेदारियाँ संभाली। घर में ही नृत्य ,चित्रकारी ,क्राफ्ट इत्यादि कोर्सों के लिए'' शिक्षण संस्थान ''खोलकर शिक्षण प्रारम्भ किया। समय -समय पर लेखन कार्य भी चलता रहा।अट्ठारह वर्ष सिखाने के पश्चात ,लेखन कार्य में जुट गयी। समाज के प्रति ,रिश्तों के प्रति जब भी मन उद्वेलित हो उठता ,तब -तब कोई कहानी ,किसी लेख अथवा कविता का जन्म हुआ इन कहानियों में जीवन के ,रिश्तों के अनेक रंग देखने को मिलेंगे। आधुनिकता की दौड़ में किस तरह का बदलाव आ रहा है ?सही /गलत सोचने पर मजबूर करता है। सरल और स्पष्ट शब्दों में कुछ कहती हैं ,ये कहानियाँ।

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