कल का पता नहीं ,
आज को रो रहे हैं।
कल को याद करके ,
आज के पीछे भी कल ,
आज के आगे भी कल ,
एक उम्मीदों का कल ,
दर्द भरी ,यादों का कल !
वर्तमान भी अपना नहीं ,
बन जायेगा ,वो भी कल ,
दिल में ,इक उम्मीद है ,
जीत जायेंगे , हम कल !
कल को ,किसने जाना ?
आज हैं ,नहीं होंगे हम कल !
रह जायेंगे ,स्मृतियों में कल !