तेरी यादों में ,इस क़दर खोने लगी हूँ ,
लगता है , अब तेरी होने लगी हूँ।
तेरी मधुर मुस्कान हौले से , मन में बसने लगी है ,
तेरी बहकती धड़कनों को महसूस करने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
तेरी वो अदा !नजरें मिलाकर ,यूँ आगे बढ़ जाना ,
तेरे उन हंसीं इरादों को ,अब समझने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
चाहत के दरिया में ,इस कदर डूब गए हम.... !
न चाहते हुए भी...... , तेरी ओर बढ़ने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
ख्वाब देखती हूँ ,तेरे संग....... , बीते ज़िंदगी !
तेरे संग -संग ,उन ख्वाबों को अब जीने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
इक हवा का झोंका ,तेरा पैग़ाम लेकर आता है ,
उस पैग़ाम में कहीं ,अपने को.... पढ़ने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
तमन्ना है ,बस यही , संग तेरे, बीतें मेरा हर पल ,
उन पलों में ,अब तेरे संग ,हंसने -रोने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।
मेरी भी कुछ सीमाएं थीं ,तेरे भी कुछ बंधन हैं।
उन बंधनों को तोड़... ,अब आगे बढ़ने लगी हूँ।
लगता है ,अब तेरी होने लगी हूँ।