क्यों तलाश?सुपर हीरो की ,
किसको ? तुमने चुनना है।
तुम्हारेअंदर वो छुपा बैठा है ,
उसको ही ,बाहर लाना है।
शक्तियों को ,अपनी जगाना है।
तीन' सुपर हीरो' जीवन के ,
प्रथम ''कथा पुरुष'' पिता ,
जिसने तन -धन से पाला है।
द्वितीय माँ ,जीवन की'' सूरमा ''
जिसने संस्कारों ओ लहू से सींचा है।
तृतीय वो ,जिसने अपना ,
'प्रतिनिधि 'बना , धरती पर भेजा है।
अब खुद में आत्मविश्वास जगाना है।
न कर तलाश !
खुद में छुपा हीरो ,तूने कब पहचाना है ?
न कर तलाश ! किसी नायक की।
तुझे ही ,'' शूरवीर ''बन जाना है।
किसी के, जीवन को चमका ,
किसी का, दुःख में साथ निभा ,
किसी के कष्टों को हर जाना है ,
तू स्वयं ''नायक'' बन........
किसी के जीवन को, महकाना है।
फ़रिश्ता बन,अपना फर्ज़ निभाना है।

